मुख्य बिंदु
- सरकारी प्रोत्साहन और सामाजिक परिवर्तन के कारण भारत में महिलाओं के घर का मालिक बनने में बढ़ोत्तरी हो रही है.
- समय-समय पर, फाइनेंशियल संस्थान भी महिला एप्लीकेंट के लिए विशेष ऑफर लेकर आते हैं.
- महिला सह-उधारकर्ता की आय को जोड़ने पर कुल लोन राशि बढ़ सकती है, जिससे लोन की पात्रता अधिक हो सकती है.
- इन सभी कारकों का अर्थ है भारत एक ऐसे युग में प्रवेश कर रहा है, जहां अधिक से अधिक महिलाओं के पास अपने नाम पर घर होगा.
देश में महिलाएं फाइनेंशियल रूप से स्वतंत्र बन रही हैं, इसलिए वे अपने परिवारों के लिए घर खरीदने जैसे बड़े निर्णय में भी भूमिका निभा रही हैं. इसके कारण होम लोन प्रोवाइडर समय-समय पर महिलाओं के लिए खास होम लोन लाभ लाते हैं और विशेष स्कीम बनाते हैं, ताकि महिलाओं को अपना घर लेने में मदद मिल सके.
भारत में महिलाओं के लिए होम लोन के लाभ
महिलाओं के लिए होम लोन के कई लाभ हैं. महिलाएं यह समझ रही हैं और होम लोन लेने का विकल्प चुन रही हैं. यहां कुछ लाभ दिए गए हैं:
1. महिलाओं को सह-उधारकर्ता बनाने का लाभ: महिलाएं उधारकर्ता और सह-उधारकर्ता, दोनों के रूप में अप्लाई कर सकती हैं. उधारकर्ता और सह-उधारकर्ता की संयुक्त आय का अर्थ उच्च लोन पात्रता और परिवार के लिए उपयुक्त घर चुनने में अधिक सुविधा मिलना हो सकता है. इसके अलावा, महिलाओं को भी होम लोन रीपेमेंट पर टैक्स कटौती का लाभ मिलता है, जिसके तहत मूलधन और ब्याज के लिए क्रमशः ₹1.5 लाख और ₹2 लाख की अधिकतम कटौती की सुविधा मिलती है 1.
2. कम स्टाम्प ड्यूटी: केन्द्र सरकार और साथ ही राज्य सरकारें महिलाओं को घर का मालिक बनने के लिए प्रोत्साहित कर रही है. महिलाओं के लिए होम लोन के लाभ में कई राज्य सरकारों द्वारा 1-2% तक कम स्टाम्प ड्यूटी शुल्क का भुगतान शामिल है. इस प्रकार एक महिला ₹80 लाख की प्रॉपर्टी पर ₹80,000-₹1,60,000 तक बचा सकती है.
3. अप्रूवल की उच्च संभावनाएं: ऐसा देखा गया है कि एप्लीकेंट/को-एप्लीकेंट के तौर पर किसी महिला के होने से होम लोन के अप्रूव होने पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. इसके कई कारण हो सकते हैं, जिनमें महिलाओं द्वारा अनुशासित रूप से बचत करने, अनावश्यक कर्ज़ लेने से बचने की प्रवृत्ति, और फाइनेंस को सोच-समझकर मैनेज करने की आदत शामिल हैं. इसके अलावा, डेटा यह भी प्रदर्शित करते हैं कि महिला उधारकर्ता कम डिफॉल्ट करती हैं, जिससे उनको होम लोन देने के लिए फाइनेंशियल संस्थानों को भरोसा मज़बूत हुआ है. इन अनुकूल विशेषताओं के कारण फाइनेंशियल संस्थान खासतौर पर महिलाओं के लिए घर को फाइनेंस करने की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए प्रेरित हुए हैं.
Rमहिलाओं को होम लोन क्यों लेना चाहिए
कई कारकों के कारण महिलाओं को होम लोन लेना चाहिए :
पसंदीदा कस्टमर: कई लेंडिंग संस्थानों के डेटा के विश्लेषण से पता चलता है कि महिला एप्लीकेंट के लोन बहुत कम डिफॉल्ट होते हैं. इसलिए, एक महिला के होम लोन के अप्रूव होने की संभावनाएं अधिक होती हैं.
विशेष स्कीम : लेंडर महिलाओं को घर का मालिक बनने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं और सीमित अवधि की स्कीम लॉन्च कर रहे हैं और महिलाओं के लिए विशेष रूप से कम ब्याज दरें प्रदान कर रहे हैं.
खरीदने का सही समय: महिलाओं को घर खरीदने पर विचार करना चाहिए, क्योंकि यह भारत में घर खरीदने का सही समय है:
1. आकर्षक कीमतें: रियल एस्टेट सेक्टर में आज आकर्षक कीमतों पर अच्छी प्रॉपर्टी मिल रही है, जिससे यह घर खरीदने के लिए सही समय है.
2. रेगुलेटरी संबंधी पारदर्शिता: रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवलपमेंट एक्ट (RERA) ने भारतीय रियल एस्टेट में रेगुलेटरी संबंधी पारदर्शिता को बढ़ाकर एक नए दौर की शुरुआत की है.
आज महिलाओं के पास सहायक फाइनेंशियल संस्थानों और मददगार सरकार के साथ अपने घर के स्वामित्व पाने का रास्ता साफ है, वे अपने सपनों का घर आसानी से पा सकती हैं.
होम लोन संबंधी कैलकुलेशन अपने घर का प्लान बनाना आसान कर देती है
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