मुख्य बिंदु
- आप चाहे स्व-व्यवसायी हो या नौकरी कर रहे हों, आपको दोनों ही स्थितियों में होम लोन मिल सकता है.
- दोनों तरह के आवेदकों के लिए शर्तें समान हैं.
- अंतर केवल आमतौर पर होम लोन के लिए जमा किए जाने वाले दस्तावेजों के सेट में होता है.
- आपकी आय और क्रेडिट पात्रता, दो मुख्य कारक हैं, जो लोन की पात्रता निर्धारित करते हैं.
हम में से हर कोई अपना खुद का घर होने का सपना देखता है. युवाओं के लिए, अपना पहला घर खरीदना गर्व की बात होती है, जबकि मध्यम आयु वर्ग के लोगों के लिए, एक बड़ा या बेहतर घर खरीदना उनके जीवनस्तर को बेहतर बनाने का एक तरीका होता है. आपके इस सपने को हकीकत में बदलने के लिए बहुत सी हाउसिंग स्कीमें और आसान होम लोन उपलब्ध हैं. होम लोन एक ऐसा माध्यम होता है जो आपको अपना सपनों का घर खरीदने के लिए सही समय पर आवश्यक धनराशि उपलब्ध करवाता है. आज के समय में कोई चाहे वेतनभोगी हो या स्व-व्यवसायी हो, होम लोन हर किसी के लिए आसानी से उपलब्ध है
होम लोन पात्रता | ||||
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वेतनभोगी व्यक्ति | स्व-व्यवसायी प्रोफेशनल | स्व-नियोजित व्यक्ति/व्यापारी | ||
प्रमुख आवश्यकता | सरकारी संगठनों या प्रतिष्ठित कंपनियों में स्थायी रूप से सेवारत | कोई प्रोफेशनल योग्यता हो और प्रैक्टिस कर रहा हो (उदाहरण के लिए: डॉक्टर, इंजीनियर, आर्किटेक्ट, चार्टर्ड अकाउंटेंट) | कोई भी व्यक्ति जो इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करता हो | |
आयु | लोन लेते समय 24 साल से अधिक, लोन की परिपक्वता के समय 60 साल तक |
होम लोन प्राप्त करने के मानदंड
होम लोन प्राप्त करने के लिए सबसे पहली शर्त यह है कि आप चाहे वेतनभोगी हों या स्व-व्यवसायी हों, आपकी इनकम और क्रेडिट प्रोफाइल अच्छी होनी चाहिए. आपकी कमाई लोन चुकाने की आपकी क्षमता को दर्शाती है, जबकि आपकी क्रेडिट प्रोफाइल समय पर लोन चुकाने की आपकी इच्छा और दृष्टिकोण का संकेत देती है. होम लोन का लाभ उठाने की आपकी क्षमता का निर्धारण करने के लिए, लेंडर आपको कुछ डॉक्यूमेंट जमा करवाने को कहेगा, आपके काम या नौकरी के आधार पर ये डॉक्यूमेंट अलग-अलग हो सकते हैं. लेंडर को ये डॉक्यूमेंट देना अनिवार्य है क्योंकि इन्ही की मदद से वह आपकी इनकम स्रोत, स्थिरता, फ्रिक्वेंसी और निरंतरता का आकलन करता है और उस आधार पर आपका लोन अप्रूव करता है. नीचे होम लोन की एप्लीकेशन की प्रोसेसिंग के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट की लिस्ट दी गई है:
वेतनभोगी लोगों के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट
वेतनभोगी लोगों को सामान्यत: निम्नलिखित डॉक्यूमेंट जमा करने होते हैं:
- पिछले तीन महीनों की सैलरी स्लिप.
- पिछले छह महीनों की बैंक स्टेटमेंट (सेलरी अकाउंट की स्टेटमेंट सहित).
- नवीनतम इनकम टैक्स रिटर्न फॉर्म.
- एम्पलोयमेंट लेटर (यदि वर्तमान नौकरी में सर्विस की अवधि एक वर्ष से कम हो).
स्व-व्यवसायी लोगों के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट
उद्यमियों और स्व-व्यवसायी पेशेवरों को अपनी फाइनेंशियल स्थिति के डॉक्यूमेंटरी प्रमाण के साथ ही अपने बिज़नेस या प्रैक्टिस का भी प्रमाण जमा करवाना पड़ता है. इसके लिए निम्न डॉक्यूमेंट दिए जा सकते हैं:
- पिछले तीन असेसमेंट वर्षों के इनकम टैक्स रिटर्न और इनकम का कम्प्युटेशन.
- ऑडिटर द्वारा प्रमाणित बैलेंस शीट और इनकम स्टेटमेंट (अनुलग्नक और अनुसूची के साथ).
- पिछले छह महीनों की करंट अकाउंट स्टेटमेंट (इकाई या बिज़नेस का) और सेविंग अकाउंट स्टेटमेंट (व्यक्तिगत मामलों में).
- व्यक्ति के खुद के और उसकी बिज़नेस इकाई के वर्तमान में चल रहे लोन की स्टेटमेंट - जिसमें बकाया राशि, किस्त और सिक्योरिटी शामिल हो.
- व्यक्तिगत शेयरहोल्डिंग के विवरण के साथ डायरेक्टर्स और शेयरधारकों की सूची (जो चार्टर्ड अकाउंटेंट या कंपनी सचिव से प्रमाणित हो).
- शॉप एंड इस्टेबलिशमेंट लाइसेंस, वैट रजिस्ट्रेशन या किसी अन्य अनिवार्य लाइसेंस की प्रतिलिपि.
- पार्टनरशिप डीड, मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन और आर्टिकल्स ऑफ एसोसिएशन (यदि लागू हो) की कॉपी.
- आर्टिकल्स ऑफ एसोसिएशन (यदि लागू हो) की कॉपी. शैक्षणिक योग्यता और प्रोफेशनल प्रैक्टिस सर्टिफिकेट की कॉपी.
इन डॉक्यूमेंट के अलावा, सभी होम लोन एप्लीकेंट - चाहे वेतनभोगी या स्व-व्यवसायी हों - को प्रॉपर्टी से संबंधित डॉक्यूमेंट (जो एप्लीकेंट द्वारा खरीदी जा रही प्रॉपर्टी के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं) के साथ KYC (ग्राहक को जानें) डॉक्यूमेंट, आईडी प्रूफ और एड्रेस प्रूफ जमा करवाने होते हैं. लेंडर कुछ डॉक्यूमेंट को मूल रूप में मांग सकता है जबकि अन्य डॉक्यूमेंट्स की कॉपी स्वीकार कर सकता है. हालांकि, आपको कभी भी मूल डॉक्युमेंट्स जमा करवाने या सत्यापित करवाने की जरूरत पड़ सकती है, इसलिए सभी मूल डॉक्यूमेंट को संभाल कर और हाथ के नीचे रखना चाहिए.
निष्कर्ष
जैसी की आम धारणा है, होम लोन केवल वेतनभोगी लोगों के लिए ही नहीं हैं. सभी व्यक्ति (स्व-व्यवसायी पेशेवर, उद्यमी और वेतनभोगी कर्मचारी सहित) आसानी से होम लोन प्राप्त कर सकते हैं. सभी प्रकार के व्यक्तियों के लिए लागू नियम और शर्तें समान होती हैं. लोन की पात्रता का निर्धारण करने के लिए आपकी इनकम और साख मुख्य कारक होते हैं. कस्टमर की इनकम मुख्य रूप से उसके अनुभव और योग्यताओं पर निर्भर करती है वहीं उसकी साख उसके नैतिक मूल्यों और अनुशासन से बनती है. आपकी साख का आकलन आपकी क्रेडिट हिस्ट्री के आधार पर किया जाता है. कोई भी लेंडर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री - अर्थात आपके पिछले रीपेमेंट की विस्तृत जानकारी बड़ी आसानी से प्राप्त कर सकता है. अगर आप किसी लोन के रीपेमेंट में एक भी दिन की देरी करते हैं, तो आपके अगले लोन के अप्रूवल की संभावनाएं कम हो जाती हैं. इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप अपनी सभी देयताओं का - चाहे वह क्रेडिट कार्ड बिल हो, कार लोन की किस्त हो, यूटिलिटी बिल हो या पर्सनल लोन की किस्त हो, सही समय पर भुगतान कर दें.
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