सुकन्या मजूमदार ने हमें कोलकाता स्थित अपने अद्भुत घर में आमंत्रित किया; जिसका सृजन यात्रा, कला और संस्कृति के प्रति उनके परिवार के प्यार के इर्द-गिर्द किया गया है.
इंसान जहां बड़ा होता है, उस जगह का भी उस पर उतना ही असर होता है, जितना उन लोगों का जिनके आस-पास रहते हुए वह बड़ा हुआ था. यही बात हम पर भी लागू होती है. मैं और मेरे पति हमेशा से कोलकाता के सॉल्ट लेक में रहते आए हैं और हमें पता था कि यही वह जगह है जहां हम हमेशा अपनी जड़ें जमाए रखना चाहेंगे.
सॉल्ट लेक, कोलकाता में सुकन्या का निवास स्थान
सॉल्ट लेक के बारे में हमें यह बात बहुत अच्छी लगी कि यहां गगन-चुम्बी इमारतें नहीं हैं, बस सादगीपूर्ण बंगले हैं और कुछ छोटी को-ऑपरेटिव सोसायटीयां हैं. हमने 2014 में अपना खुद का बंगला खरीदा, जो लगभग पूरी तरह बना हुआ था. हम चाहते थे कि हमारे घर में हमारी शैली, शख्सियत की, और उस कहानी की झलक हो, जो हमने हमारे दिल के नजदीक रहने वाले लोगों के साथ इतने सालों में बनाई है. तो हमने इसे किसी कोरे कागज की तरह माना और डिज़ाइनर व डेकोरेटर से कोई भी मदद लिए बिना सारी इंटीरियर डिज़ाइनिंग खुद ही की.
अपार्टमेंट से निकलकर एक मंजिला बंगले में आना एक रोमांचक कदम था - मुझे हमेशा से बंगलों के खुलेपन वाले एहसास से प्यार रहा है. असल में, अपने घर में हमने सबसे पहले जो बदलाव किए, उनमें से एक यह था कि हमने घर के अंदर ग्राउंड फ्लोर पर, जहां हमारा लिविंग और डाइनिंग एरिया है, वहां की सारी दीवारें हटा दीं. इससे सारी जगह खुली-खुली हो गई, और पहले से कहीं अधिक आकर्षक और बड़ी दिखने लगी. हां, हमारा किचन एक अलग कमरे में है. हमारे बंगले में नीचे एक स्टडी रूम और टॉप फ्लोर पर तीन बेडरूम भी हैं. दो बेडरूम में बड़ी-बड़ी बालकनी हैं और इसके साथ ही, हमारे पास एक छोटा सा टेरेस भी है जहां फूलदार पौधे लगे हैं.
सुहाने मौसम में रॉट आयरन का फर्नीचर बाहर बालकनी में ले आया जाता है
हमारी बात करूं तो मैं और मेरे पति अपने जमाने से पीछे के जमाने के हैं; हमें आधुनिक इंटीरियर डिज़ाइन नहीं भाती, और हमारे घर में कदम रखते ही आपको यह बात पता चल जाएगी. ब्रिटिश-राज की शैली वाले लकड़ी और बेंत के फर्नीचर, और जहां-जहां हम घूमने गए वहां से लाई गईं तमाम छोटी-छोटी सजावटी चीजों ने धीरे-धीरे अपनी-अपनी सही जगह ढूंढ ली है. एक परिवार के तौर पर हम लिविंग रूम में साथ बैठकर टीवर शो देखते हैं, दोस्तों के साथ खाते-पीते हुए समय गुजारते हैं, बतियाते हैं और यादें बनाते हैं. इस आरामदेह जगह को हमने चेस्टरफील्ड सोफा, डार्क ग्रीन लेदर वाली विंग्ड चेयर और कुछ लकड़ी व बेंत की चेयर के साथ बड़े ही कलात्मक ढंग से भरा है. हमारे पास लकड़ी और स्टेंड ग्लास से बना एक बार भी है. हमने जो फ्रेंच खिड़कियां लगाई हैं उनकी बदौलत यह जगह रोशनी से भरी और हवादार है.
हमें कला और इतिहास से प्रेरणा मिलती है, और हमें घूमने के दौरान कलात्मक और सजावटी यादगारें इकट्ठा करने का शौक है - ग्रीस से एक प्लेट, एक प्लेट टर्की से, एम्सटर्डम से एक छोटी सी विंडमिल, और ऐसी ही तमाम चीजें. लगता है कि हम उस देश का एक छोटा सा टुकड़ा घर ले आए हैं, कोलकाता स्थित हमारे इस नन्हे से स्वर्ग में.
सुकन्या का लंबा-चौड़ा लिविंग रूम जो स्थानीय बाजारों से लाए गए अपनी तरह के अनूठे फर्नीचर और परिवार की यात्राओं से लाए गए खजानों से सजा है. सेंटर टेबल पर जो व्यवस्था है वह बहुत सारी आज़माइशों के बाद तय हुई है.
एक की-रिंग होल्डर, बुद्ध की एक प्रतिमा, और मखमली एंटीक फर्नीचर कुछ ऐसी चुनिंदा चीज़ें हैं, जो परिवार के इस कोलकाता स्थित घर को सजाती हैं
अधिकतर चीजें बड़े ही कुदरती ढंग से साथ आकर जुड़ती गईं, और बाकियों के लिए, हमें कुछ ज्यादा ही खोजबीन करनी पड़ी, क्योंकि कई हाथ से बनी, विंटेज चीजें अब उपलब्ध ही नहीं हैं. पर हां, मुझे एक बात पक्के तौर पर पता थी कि मुझे इतना बड़ा सेंटर-पीस ही ध्यान आकर्षित करने वाले मुख्य घटक के रूप में चाहिए. कुछ आज़माइशों और बदलावों के बाद, वह भी अपनी सही जगह पर पहुंच गया और अब वह ग्राउंड फ्लोर पर हमारी सजावट में एक अच्छा-खासा आकर्षण बन गया है. हमने जैसे सोचा था हमारे घर को वैसा बनाने में हमें एक पूरा साल लग गया, पर यह तो आनंद प्राप्ति के लिए की गई कड़ी मेहनत थी.
कम-से-कम तामझाम के साथ एक स्टायलिश गार्डन बनाने के लिए टेराकोटा और लकड़ी का खुलकर इस्तेमाल
मैं फर्नीचर के मामले में कोई समझौता नहीं करना चाहती थी और मैंने पाया कि यहीं से खरीददारी करना ऑनलाइन ऑर्डर देने से कहीं बेहतर विकल्प था.
अपने घर में इतिहास का एक हिस्सा लाना. सुकन्या का मानना है कि स्थानीय बाजारों से खरीदा गया फर्नीचर पुराने दौर वाले आकर्षण से युक्त होता है और अधिकतर मामलों में ब्रांडेड फर्नीचर से सस्ता भी पड़ता है.
डाइनिंग एरिया किसी भी घर का केंद्र बिंदु होता है, और फर्नीचर सेट भी शायद एक बार ही खरीदा जाता है. सुकन्या के सेट में एक मजबूत, अच्छे से गढ़ी गई मेज और फूलदार कुशन लगीं कुर्सियां हैं. बारीक कढ़ाई वाला कालीन इस जगह को नर्माहट देता है जिससे यह जगह और भी आरामदेह बन जाती है.
मेरी पसंदीदा जगह है गार्डन, और आप मुझे हर शाम यहां भावपूर्ण संगीत सुनते हुए झूले पर सुस्ताते पाएंगे. हमारे घर का बाहर वाला गार्डन ज़्यादा रख-रखाव नहीं मांगता, पर फिर भी यहां खूबसूरत पौधों की भरमार है जो ढेर सारे रंगों की छटा बिखेरते हैं. पर हम सिर्फ पौधों पर ही नहीं रुके - हमने यहां रॉट आयरन की कुर्सियां भी रखी हैं जो पेरिस की बेहद प्राचीन, क्लासिक कुर्सियों जैसी दिखती हैं. और जब भी हम गार्डन पार्टी रखते हैं, तो लालटेनों से इस जगह को बड़ी खूबसूरती से जगमगा देते हैं.
मिली-जुली चीजों की एक बेहतरीन मिसाल - सुकन्या के गार्डन में लकड़ी, मार्बल और टेराकोटा - यह जगह शाम को सुस्ताने के लिए उसकी पसंदीदा जगह है.
गार्डन में झूला लगाने से इस सजीले घर में चंचलता भी जुड़ जाती है.
हम चाहते हैं कि हमारे घर का माहौल स्नेही और प्राचीन किस्म का हो; जब लोग यहां आएं तो उन्हें अच्छा महसूस हो, खासतौर पर तब जब वे बहुमंजिला इमारतों के अपार्टमेंट से यहां आएं. आप चाहे जितने भी महंगे और आलीशान घर में क्यों न रहते हों, आखिर में जो बात मायने रखती है वह यह है कि आप हमेशा ही यह चाहेंगे कि आपका घर, घर जैसा सुखकारी हो, है न?
जो लोग चाहते हैं कि वे अपने घर की सजावट खुद करें, पर समझ नहीं पा रहे कि शुरुआत कहां से करें, उनके लिए मैं कुछ सुझाव दे रही हूं जो मैंने अपने अनुभव से सीखे हैं.
विभिन्न चीजों को साथ रखकर छोटे-छोटे कोनों को उनकी खासियत दें
और आखिर में, आपका घर आपकी अपनी और बेहद करीबी जगह है. यहां की हर चीज ऐसी होनी चाहिए जो आपके परिवार की शैली और रुचियों की झलक दें.
होम लोन संबंधी कैलकुलेशन अपने घर का प्लान बनाना आसान कर देती है
मिस कॉल
नए होम लोन के लिए मिस्ड कॉल दें
- 09289200017