मुख्य बिंदु
कोई सगा परिजन (वेतनभोगी या स्व-व्यवसायी, भारतीय या NRI) को-एप्लीकेंट हो सकता है.
आपके होम लोन का को-एप्लीकेंट होने से इन चीजों में मदद मिलती है –
- आपकी लोन पात्रता बढ़ाना
- ज्यादा बड़ा घर खरीदना
- अपनी पसंदीदा जगह पर घर लेना
- अधिक टैक्स लाभ पाना
- शेयर लोन का री-पेमेंट
आवश्यक नहीं कि को-एप्लीकेंट, प्रॉपर्टी का पार्ट ओनर (आंशिक स्वामी) हो
महिला को-ओनर को कम दरों का लाभ मिलता है
हम में से बहुत से लोगों के लिए घर, ‘जिंदगी में केवल एक बार’ किया जाने वाला निवेश होता है. तो यह स्वाभाविक है कि हम इसे जहां तक संभव हो ज्यादा से ज्यादा बड़ा और बेहतर बनाना चाहेंगे. हमारे खरीदने की क्षमता ही हमारे घर का आकार, स्थान, और क्वालिटी तय करती हैं. बेशक, होम लोन मिलने की संभावना ने हमारी खरीदने की क्षमता बढ़ाई है. हालांकि, आपके होम लोन पात्रता की आपके उम्र, इनकम के स्तर, अन्य लोन जो आप अभी भी चुका रहे हैं, आदि पर निर्भर करती है. लेंडर के ऐसे विवेकपूर्ण मानदंड होते हैं जो यह निर्धारित करते हैं कि, आपके होम लोन की EMI और वर्तमान में आप जो भी अन्य EMI आप चुका रहे हैं उन्हें मिलाकर आपके कटौतियों के बाद मिलने वाली सेलरी के एक निश्चित अंश से अधिक न हो.
अपनी होम लोन पात्रता बेहतर बनाना
अपने होम लोन पात्रता
को-एप्लीकेंट कौन हो सकता है?
सामान्यतः कोई सगा परिजन आपका को-एप्लीकेंट हो सकता है को-एप्लीकेंट वेतनभोगी या स्व-व्यवसायी हो सकता है; अप्रवासी भारतीय यानि NRI भी को-एप्लीकेंट हो सकते हैं.
को-एप्लीकेंट बनाम को-ओनर
यहां को-ओनर और को-एप्लीकेंट का अंतर साफ कर देना आवश्यक है. को-ओनर, प्रॉपर्टी का जॉइंट ओनर होता है, जबकि यह जरूरी नहीं कि को-एप्लीकेंट, प्रॉपर्टी का पार्ट ओनर (आंशिक स्वामी) हो ही. बुनियादी सिद्धांत यह है कि प्रॉपर्टी के सभी को-ओनर को होम लोन का को-एप्लीकेंट बनना होगा. हालांकि, यह जरूरी नहीं कि सभी को-एप्लीकेंट, को-ओनर भी हों. केवल उनकी इनकम को क्रेडिट / लोन मूल्यांकन में शामिल किया जाता है.
जॉइंट होम लोन लेने के मुख्य लाभ
जॉइंट होमलोन लेने के मुख्य लाभ
- अधिक लोन पात्रता
- अधिक टैक्स लाभ
- महिला को-ओनर के लिए विशेष ब्याज दरें
जॉइंट होम लोनलेने के दो महत्वपूर्ण लाभ होते हैं. वे हैं:
अधिक लोन पात्रता:
जॉइंट होम लोन एप्लीकेशन देते समय अपनी इनकम मिलाकर एप्लीकेंट कहीं अधिक लोन राशि के पात्र हो जाते हैं और इसलिए वे एक अधिक बड़ा / बेहतर घर खरीद सकते हैं.
अधिक टैक्स लाभ:
होम लोन के लिए जॉइंट रूप से अप्लाई करके, को-एप्लीकेंट द्वारा अलग से होम लोन पर उपलब्ध टैक्स कटौती का लाभ उठाया जा सकता है, बशर्ते कि वे प्रॉपर्टी के को-ओनर हैं और उनमें से प्रत्येक व्यक्ति होम लोन के रीपेमेंट में योगदान कर रहे हैं. a) मूलधन का पुनर्भुगतान, इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत, अधिकतम ₹1.50 लाख तक की कटौती के लिए पात्र हैं. b) होम लोन के ब्याज भुगतान के लिए, सेक्शन 24 के तहत ₹2 लाख तक टैक्स कटौती का लाभ लिया जा सकता है, अगर प्रॉपर्टी का उपयोग खुद किया जा रहा है; अगर प्रॉपर्टी को किराए पर दिया जाता है, तो पूरा ब्याज टैक्स कटौती के लिए पात्र हो जाता है, यानी कोई अधिकतम लिमिट नहीं है. जॉइंट होम लोन में, क्योंकि प्रत्येक को-एप्लीकेंट इस कटौती के लिए व्यक्तिगत रूप से पात्र होते हैं, इसलिए सिंगल एप्लीकेंट लोन की तुलना में संयुक्त रूप से प्राप्त होने वाले टैक्स लाभ अधिक होते हैं. प्रत्येक को-एप्लीकेंट को प्राप्त होने वाले टैक्स लाभ की राशि, उनके द्वारा मूलधन राशि और ब्याज के लिए रीपेमेंट में किए गए योगदान के अनुसार होती है, जो ऊपर दी गई लिमिट के अधीन है. इसलिए को-एप्लीकेंट प्लान कर सकते हैं कि वे कितना टैक्स लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, जिसके आधार पर वे निर्णय ले सकते हैं कि प्रत्येक लोन के लिए किस अनुपात में रीपेमेंट करना है.
महिला को-ओनर के लिए विशेष ब्याज दरें:
कुछ लेंडर महिला कस्टमर को अलग होम लोन ब्याज दर ऑफर करते हैं, जो आमतौर पर सामान्य होम लोन दर से कुछ बेसिस पॉइंट कम होती है. ब्याज दर पर छूट का लाभ लेने के लिए, किसी महिला का प्रॉपर्टी का एकमात्र या जॉइंट ओनर होना तथा होम लोन का एप्लीकेंट या को-एप्लीकेंट होना आवश्यक है.
कैविएट
अधिकांश मामलों में जॉइंट होम लोन लेना लाभदायक होता है, पर नीचे कुछ स्थितियां बताई जा रही हैं जिनमें आपको जॉइंट होम लोन के लिए अप्लाई करने से बचना चाहिए:
- सिंगल एप्लीकेंट के तौर पर आपकी पात्रता, आपकी लोन आवश्यकता को पूरा करती है.
- खराब क्रेडिट इतिहास के कारण आपकी क्रेडिट रेटिंग कम है.
- आप किसी जारी लोन, जो आपकी अधिकतम लोन पात्रता के अनुसार लिया गया था, को चुका रहे हैं.
- इस समय आप एक कम कीमत वाली प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं (शायद निवेश के लिए) और बाद में खुद के रहने के लिए कोई बड़ी प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं.
- आप जल्द ही रिटायर होने वाले हैं.
रीपेमेंट की जिम्मेदारी
होम लोन का रीपेमेंट सभी को-एप्लीकेंट की सामूहिक और व्यक्तिगत जिम्मेदारी होती है. एप्लीकेंट द्वारा चुने गए किसी भी तरीके से लोन का भुगतान किया जा सकता है; वे EMI का भुगतान अलग-अलग कर सकते हैं या किसी जॉइंट बैंक अकाउंट के जरिए ऐसा कर सकते हैं.
डॉक्यूमेंटेशन
लोन तेजी से और बिना किसी बाधा के पाने के लिए होम लोन के उचित डॉक्यूमेंट, जैसे आपका KYC (पहचान और पते का प्रमाण), इनकम और प्रॉपर्टी डॉक्यूमेंट जरूरी होते हैं. इन्हीं डॉक्यूमेंट के आधार पर लेंडर, आपके होम लोन एप्लीकेशन को प्रोसेस करते हैं. लेंडर के पास सभी को-एप्लीकेंट के KYC डॉक्यूमेंट जमा करने होते हैं, वहीं इनकम का प्रमाण केवल उन को-एप्लीकेंट से चाहिए होता है जिनकी इनकम को लोन मूल्यांकन में शामिल किया जाना है.
निष्कर्ष
जॉइंट होम लोन लेना न केवल बेहतर घर खरीदने के लिए बल्कि टैक्स लाभ में बढ़ोत्तरी की बदौलत घर की संपूर्ण लागत घटाने में भी लाभदायक है. साथ ही, लोन चुकाने की जिम्मेदारी बंट जाने से भी लोन रीपेमेंट का बोझ घट जाता है.
इसे भी पढ़ें - महिलाओं के लिए होम लोन
होम लोन संबंधी कैलकुलेशन अपने घर का प्लान बनाना आसान कर देती है
मिस कॉल
नए होम लोन के लिए मिस्ड कॉल दें
- 09289200017